मणिपुर के 2 मंत्रियों और 3 विधायकों के घरों पर हमला, जानिए फिर क्यों हिंसा भड़की

Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा रह-रह कर भड़क जा रही है. अब तो विधायक और मंत्री भी निशाने पर आ रहे हैं. जानिए, कहां-कहां हुआ हमला...

Manipur Violence: हिंसा को देखते हुए मणिपुर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.

Manipur Violence: पुलिस ने कहा कि जिरीबाम जिले में तीन लोगों की हत्या के लिए न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शनकारी शनिवार को इंफाल में मणिपुर के कम से कम दो मंत्रियों और तीन विधायकों के घरों में घुस गए. विधायकों के घरों पर भीड़ के हमलों के कारण इंफाल पश्चिम प्रशासन को जिले में अनिश्चित काल के लिए निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी. अधिकारियों ने इंफाल पश्चिम, पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी और चुराचांदपुर में दो दिनों के लिए इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को निलंबित कर दिया है.

मणिपुर एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भीड़ ने लांफेल सनाकीथेल इलाके में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सपम रंजन के आवास पर धावा बोल दिया.

इंफाल पश्चिम जिले के सगोलबंद इलाके में आंदोलनकारी भाजपा विधायक आरके इमो के आवास के सामने एकत्र हुए और इस मुद्दे पर “सरकार से उचित प्रतिक्रिया” की मांग करते हुए नारे लगाए. आरके इमो मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के दामाद भी हैं. प्रदर्शनकारियों ने तीन लोगों की हत्या के मामले में अधिकारियों से 24 घंटे के भीतर दोषियों को गिरफ्तार करने का आग्रह किया.

समाचार पत्र के कार्यालय को निशाना बनाया

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कीशमथोंग निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय विधायक सपम निशिकांत सिंह के टिडिम रोड स्थित उनके आवास पर मिलने आए प्रदर्शनकारियों ने उनके स्वामित्व वाले एक स्थानीय समाचार पत्र के कार्यालय भवन को निशाना बनाया, जब उन्हें बताया गया कि विधायक राज्य में मौजूद नहीं हैं. शुक्रवार रात मणिपुर-असम सीमा पर जिरी और बराक नदियों के संगम के पास तीन शव पाए गए, जिनके बारे में संदेह है कि ये जिरीबाम जिले के छह लापता लोगों के हैं.

 

मणिपुर आज सुबह, सूत्रों ने पुष्टि की कि दो शव बच्चों के थे और एक महिला का था. शव कुछ सड़न के कारण फूल गए थे.

सूत्रों ने बताया कि जिरीबाम के बोकोबेरा इलाके से संदिग्ध कुकी विद्रोहियों के एक समूह ने महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया था, जबकि विद्रोहियों का एक अन्य समूह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ गोलीबारी में लगा हुआ था. मुठभेड़ में दस संदिग्ध कुकी विद्रोहियों को मार गिराया गया.पूर्वोत्तर राज्य में एक साल से अधिक समय पहले मुख्य रूप से हिंदू मैतेई (Meitei) और मुख्य रूप से ईसाई कुकी (Kuki) समुदाय के बीच लड़ाई चल रही है. 

मणिपुर: जिरीबाम में मुठभेड़ के बाद 2 लोगों के शव मिले, 6 अभी भी लापता, 10 आतंकी ढेर

मणिपुर के जिरिबाम में सोमवार को हुई मुठभेड़ के बाद दो लोगों के शव मंगलवार को बरामद किए गए. सोमवार को हुए मुठभेड़ में 10 उग्रवादी मारे गए थे. आज जिन लोगों के शव मिले हैं वे उन 10 लोगों में शामिल थे, जो मुठभेड़ के बाद से लापता थे. छह लोग अभी भी लापता हैं.

मणिपुर: जिरीबाम में मुठभेड़ के बाद 2 लोगों के शव मिले, 6 अभी भी लापता, 10 आतंकी ढेर

नई दिल्ली:

मणिपुर के जिरिबाम जिले में मंगलवार को सुबह दो बुजुर्गों के शव बरामद किए गए.पुलिस ने यह जानकारी दी है.जिन दो लोगों के शव बरामद हुए हैं वो मैतेई समुदाय के हैं और एक राहत शिविर में रह रहे थे.जिरिबाम जिले में सोमवार को संदिग्ध उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी.इसमें 10 कुकी उग्रवादी मारे गए थे. मारे गए उग्रवादी एक पुलिस थाने पर हमला करने आए थे. सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में मारे गए. इस मुठभेड़ के बाद से  राहत शिविर में रह रहे छह लोग गायब बताए जा रहे हैं. लापता लोगों की तलाश के लिए सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू किया है

जिनके शव मिले हैं वो कौन थे

मणिपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए शुरू किए गए अभियान के दौरान 63 साल के लैशराम बालेन सिंह और 71 साल के माईबाम केशो के शव जकुराधोर करोंग क्षेत्र में मलबे में पाए गए.ये दोनों लोग बोरोबेक्रा के एक राहत शिविर में रहते थे.ये दो लोग उन 10 लोगों में शामिल थे, जो सोमवार को हुई मुठभेड़ के बाद से लापता थे.सुरक्षा बलों ने दो लोगों को बरामद कर लिया था. वहीं तीन महिलाएं और तीन बच्चे अभी भी लापता हैं. ये लोग बोरोबेक्रा के पुलिस स्टेशन में बनाए गए राहत शिविर में रह रहे थे. इस शिविर में आसपास के गांवों के 118 लोगों को रखा गया था. 

सुरक्षा बलों के साथ मारे गए उग्रवादियों से बरामद हथियार.

मणिपुर पुलिस ने बताया कि छह लोगों के लापता होने की सूचना मिलने के बाद उनकी खोज के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है.अधिकारी ने बताया कि जिरिबाम जिला प्रशासन ने क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी है. पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में संदिग्ध उग्रवादियों के मारे जाने के विरोध में कुकी-जो पहाड़ी क्षेत्रों में मंगलवार सुबह पांच बजे से ही ‘बंद का आयोजन किया गया है. 

मुठभेड़ के विरोध में बंद का आयोजन

कुकी-जो काउंसिल ने गोलीबारी में मारे गए लोगों के प्रति सामूहिक दुख और एकजुटता व्यक्त करने के लिए मंगलवार सुबह पांच बजे से शाम छह बजे तक राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में बंदी की अपील की थी.

मणिपुर

 सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 10 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए थे.यह मुठभेड़ फौजी वर्दी पहने और अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों द्वारा जिरिबाम जिले में एक पुलिस थाने और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शिविर पर अंधाधुंध गोलीबारी करने के बाद हुई.

जिरिबाम में कैसे हैं हालात

एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि बोरोबेक्रा में भारी गोलीबारी के दौरान सीआरपीएफ के दो जवान भी घायल हो गए और उनमें से एक की हालत गंभीर है. उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह जिरिबाम में स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण रही. पुलिसकर्मियों ने संवेदनशील स्थानों पर गश्त की.

 राज्य पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ की घटना के बाद इंफाल घाटी में कई जगहों से हिंसा की खबरें आईं. इन इलाकों में दोनों पक्षों के सशस्त्र समूहों के बीच गोलीबारी हुई.एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों ने मंगलवार सुबह इंफाल पश्चिम जिले के दो गांवों में कई मोर्टार गोले बरामद किए.एक अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों को खदेड़ने के लिए अभियान जारी किया गया है.असम राइफल्स और सीआरपीएफ की अतिरिक्त टीमों को प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है.

Leave a Comment